वाराणसी। भोलेनाथ के अति प्रिय महीने सावन के दूसरे सोमवार को भक्तों की भीड़ बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए उमड़ पडी। पिछले तीन दिनों से सम्पूर्ण लॉकडाउन लगा हुआ था, जिसके बाद दूसरे सोमवार को मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोला गया। बाबा के दर्शन करने के साथ श्रद्धालुओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण विशेष व्यवस्था की गई है। काशी विश्वनाथ मंदिर में वैसे तो अन्य राज्यों और जिलों से लाखों भक्तों की भीड़ उमड़ती है, लेकिन इस बार नियम और व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है। वैश्विक महामारी कोरोना से लगाए गए लॉकडाउन नियम के कारण बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं पर रोक लगी हुई है, लेकिन सावन के दूसरे सोमवार पर काशी के स्थानीय श्रद्धालु बाबा दर्शन के लिए पडे।
पिछले वर्षों की भांति ज्यादा संख्या में ज्यादा दूरी पर बैरिकेडिंग कराया गया है, रेड कारपेट बिछाया गया है, जमीन पर सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने के लिए सफेद निशान भी बनाया गया है, एक बार मे मंदिर में 5 लोगों को ही अनुमति है। मंदिर में किसी भी दीवार या रेलिंग को छूना सख्त मना है, बाबा को जल अर्पित कर सकते हैं, लेकिन बाबा के स्पर्श दर्शन पर भी रोक है। मंदिर में प्रवेश के पहले चेकिंग के साथ बिना मास्क के किसी को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है, मंदिर के गेट पर ही थर्मल स्कैनिंग करके अंदर जाने दिया जा रहा है।
बाबा के दर्शन करने आए भक्तों ने खुशी-खुशी दर्शन किए और सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा। मास्क लगाने और सैनिटाइजेशन करने के बाद अंदर प्रवेश दिया गया। भक्त शिवलिंग पर जल चढ़ाकर हाथ जोड़ के वापस आए, और बाबा विश्वनाथ से मांगा कि मेरे परिवार और पूरी दुनिया को कोरोना वायरस से मुक्ती दिलाए।
Post a Comment